जौनपुर- 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए भाजपा उन सीटों पर ज्यादा फोकस कर रही है जिन सीटों पर भाजपा को 2019 में हार का मुंह देखना पड़ा था। बता दें कि जौनपुर लोकसभा सीट पर बाहुल्य सीट होने के कारण 7 सवर्ण प्रत्याशी जोर आजमाइश कर रहे है ।
बता दें कि जौनपुर लोकसभा सीट पर आजादी के बाद आज तक 11 बार क्षत्रिय नेता,4 बार यादव नेता, 2 बार ब्राह्मण नेता और एक बार इस सीट पर मुसलमान के सिर जीत का सेहरा बना है कुल मिलाकर अब तक जौनपुर सदर सीट पर क्षत्रिय नेताओ का अब तक सबसे ज्यादा बार जितने की उपलब्धि हासिल है।
कृष्ण प्रताप सिंह,पूर्व सांसद
सबसे पहले बीजेपी नेता व पूर्व सांसद कृष्ण प्रताप सिंह सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे है। क्यों कि इनके पिता स्व.उमानाथ सिंह कारागार मंत्री रहे हैं संघ में मजबूत पैठ रखते थे जिसके कारण केपी सिंह 2014 में सपा के कद्दावर नेता रहे स्व.पारसनाथ यादव को करारी शिकस्त दिया था। वही 2019 में केपी सिंह को सपा, बसपा गठबन्धन के प्रत्याशी ने केपी सिंह को शिकस्त दी। उसके बाद 2022 में बीजेपी ने बाहुबली पूर्व सांसद के सामने विधानसभा के चुनाव में पार्टी ने मल्हनी से प्रत्याशी बनाया जहां उनको सपा के लकी यादव से हार का मुंह देखना पड़ा था। यही कारण है कि अब 2024 में के.पी सिंह को सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है। लोगो की माने तो कही न कही योगी आदित्यनाथ का भी आशीर्वाद प्राप्त है ऐसी जन-मानस में चर्चा है।

ज्ञान प्रकाश सिंह सोलंकी वरिष्ट समाजसेवी
वरिष्ठ समाजसेवी ज्ञान प्रकाश सिंह अभी तक कोई बड़ा चुनाव तो नही लड़े हैं। लेकिन कोरोना काल में जौनपुर की जनता के बीच भगवान बन कर सामने आये और लॉक डाउन के दौरान हजारों लंच पैकेट प्रतिदिन जौनपुर की जनता को भोजन कराते थे। कोविड काल के दौरान जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट जनता के लिए समर्पित किया था। वही अयोध्या में बन रहे राम मंदिर निर्माण में एक करोड़, इक्कीस लाख, इक्कीस हजार, एक सौ इग्यराह रुपए चंदा देकर पूरे पूर्वांचल में सबसे अव्वल स्थान रखने वालो में भी इनका नाम सबसे ऊपर रहा। उसके बाद सीएमओ कार्यालय में स्थित लीलावती अस्तपाल के जीर्णोधार के लिए लाखो रुपए देकर अस्पताल को सुचारू रूप से चालू कराया । सैकड़ों बेसहारा गरीब लोगो को इलाज के लिए समाजसेवी ज्ञान प्रकाश सिंह ने अपने पास से मदद कर जौनपुर की जनता में अपना अलग स्थान बनाया है। जौनपुर से मुंबई जाकर जिले का नाम रोशन किया शुरुआती दिनों में ज्ञान प्रकाश सिंह कई बालीवुड की कई फिल्मों में हाथ आजमा सके है,अब राजनीति में एक बाद किस्मत आजमाने की ख्वाहिश है।

हरेंद्र सिंह पूर्व विधायक जफराबाद
जिले के सबसे पुराने भाजपा नेताओ में शुमार जफराबाद के पूर्व विधायक डाक्टर हरेंद्र प्रेस सिंह जो आज तक के भाजपा का झंडा लेकर जिले में पार्टी का परचम लहराते चले आ रहे है,डाक्टर 2012 हरेंद्र प्रसाद सिंह,जो बयालसी से एक बार और एक बार इनकी पत्नी 2007 डाक्टर शुभा सिंह ने हाथ आजमाया लेकिन हार का मुंह का देखना पड़ा,उसके बाद जफराबाद विधानसभा के 2017 के चुनाव में सपा के शचींद्रनाथ त्रिपाठी को भारी अंतर से हराकर कर पार्टी को जीत दिलाई,लेकिन दोबारा 2022 के विधानसभा चुनाव में एसपी और एसबीएसपी के प्रत्याशी जगदीश नारायण राय से करीब 6 हजार मतों से हार का मुंह देखना पड़ा था,और अब 2024 के चुनाव में जिले में क्षत्रिय नेता के रूप में अपनी अलग पहचान बना चुके डाक्टर हरेंद्र सिंह भी टिकट की दावेदारी के लिए ताल ठोक रहे है।

मनोज कुमार सिंह बीजेपी नेता
मनोज सिंह छात्र नेता है जो मल्हनी विधानसभा से 2022 में यादव बाहुल्य मल्हनी विधानसभा सीट पर भाजपा ने भरोसा जताया था लेकिन सपा सीट माने जाने वाली इस सीट पर मनोज सिंह को करारी शिकस्त मिली थी। अब 2024 के लोकसभा चुनाव में अपनी उपस्थित दर्ज करा रहे है। और लगातार क्षेत्र में जनता के बीच मौजूद रहकर अपनी टिकट की दावेदारी के लिए जोर आजमाइश कर रहे है।

आईएएस/एक्टर अभिषेक सिंह
चौथे नम्बर पर अचानक चर्चाओ में आये आईएएस अभिषेक सिंह ने जौनपुर में गणेश उत्सव करा कर सुर्खियां बटोरी ली है। अभिषेक सिंह ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की उपस्थित कराकर सभी को चौका दिया है। अब उन्होंने इस्तीफा देकर और चौकाने वाला काम कर दिया है।

दिनेश कुमार सिंह पूर्व जिलाधिकारी
दिनेश कुमार सिंह पूर्व जिलाधिकारी जौनपुर जो मंडला युक्त चित्रकूट के बाद रिटायर्ड हुए है जो लगातार जौनपुर में कैंप करके जनता के बीच में है तत्कालीन जिलाधिकारी ने जनता के बीच में रहकर आम जनता के लिए खुला दरबार खोल दिया जिसमे सबसे अहम कार्य उन्होंने हजारों लोगों का वरसात कराया और मुसहर बस्ती बनाकर लोगो को सरकार के द्वारा आवास भी पास कराया था और उसी दलित मुसहर लिस्ट के अनुसार कोविड काल में राशन बटवाया था। सबसे अहम कार्य उन्होंने जिले के तमाम गांवों में स्टेडियम का निर्माण कराया था जो बाद में यूपी सरकार ने पूरे प्रदेश में इसे जारी कर दिया था अब दिनेश कुमार सिंह भी लोकसभा सीट की दावेदारी में ताल ठोक रहे है।

जातिगत आंकड़ा जौनपुर लोकसभा सीट की
सतीश कुमार सिंह
जौनपुर में बाहुबली पूर्व सांसद के सामने से मल्हनी में मजबूती से भाजपा के लिए चुनाव लडने वाले सतीश सिंह भले ही पूर्व सांसद से हार का मुंह देखना पड़ा लेकिन पूरे क्षेत्र में लगातार जनता के बीच रहते है जनता की समस्याओं को लेकर हमेशा उनकी बातो का अधिकारियों तक रखने का काम करते है सतीश सिंह,अब लोकसभा की सीट पर सतीश सिंह भी जोर आजमाइश कर रहे है ।

जातीय समीकरण
जनरल वोटो की संख्या लगभग(क्षत्रिय+ब्राह्मण) 5 लाख 60 हजार 184
ओबीसी वोटो की संख्या (यादव+मुस्लिम) 4=लाख 55 हजार 110
अनुसूचित जाति 2 लाख 31 हजार 970
अब भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को ये तय करना है की पार्टी के हित और जिताऊ प्रत्याशी कौन है पार्टी किस पर अपना भरोसा जताती है ये तो आने वाला वक्त ही तय करेगा।