जौनपुर पुलिस का अजब गजब खुलासा जहां चाइनीज मांझे पर जिला प्रशासन रोक लगाने का रही है प्रयास,तो वहीं इसकी रोक के नाम पर जौनपुर पुलिस गरीबों पर शोषण कर रही है,जिस तरह से जिले में चाइनीज मांझे पर कार्यवाही के नाम पर खुला खेल फर्रुखाबादी चल रहा है वो गरीब जनता से ही जानिए,अब ताजा मामला जौनपुर के ख़ेतासराय पुलिस का है जहां चाइनीज मांझे के खुलासे में तांत का फोटो के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार करने दम भर रही है जबकि चाइनीज मांझा और तांत में जमीन आसमान का फर्क है और तांत प्रतिबंधित नहीं है अगर तांत प्रतिबंधित है जिले के नगर क्षेत्र के तमाम दुकानों पर धड़ले से बेची जा रही है तांत,मतलब साफ है जिसको पुलिस को टारगेट करना है या यूं कहे कि जेल की हवा खिलानी है तो एन केन प्रकारेण उन को जेल के सफर पर रवाना कर ही देगी उसके पीछे जो कारण वो आप साफ लहजे में समझ सकते है कि साहब को नजराना,हफ्ता,महीना पहुंचाया नहीं है,जबकि सूबे के मुखिया का साफ कहना है गरीब जनता को परेशान न किया जाए और थाने में फरियादियों के साथ मित्रता का भाव रखा जाए लेकिन जमीनी हकीकत इससे अलग ही है
बता दें जिले के नवागत एसपी डॉक्टर कौस्तुभ ने अभी हाल ही में जिले की कमान संभाली है तब से जिले के तमाम थानाध्यक्ष अपने को साहब का खास दिखाने की फिराक में किसी को भी जेल भेज कर साहब की निगाहों में अव्वल थानेदार का तमगा लेने में मानो प्रतियोगिता चल रही है,हाल ही में जिले के सिटी कोतवाली पुलिस ने फ्रिज से चाइनीज मांझे का खुलासा कि वो भी घर में घुसकर क्या है न्यायोचित और कानून इसकी इजाजत देता है,चौंकाने वाली बात ये है कि खुलासे में 250 अंटा चाइनीज मांझा के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार करने की दम भर रही है जिसमें फोटो में एक भी चाइनीज मांझा दिखाई ही नहीं दे रहा है
जौनपुर पुलिस को चाइनीज मांझा और तांत में फर्क ही नहीं समझ में आता इसलिए एसपी को अपने थानेदारों को चाइनीज पतंग चाइनीज मांझे और तांत की पाठशाला चलानी चाहिएलेकिन जिस तरह से चाइनीज मांझे पर पुलिस पर्यावरण कानून के नाम गरीब दुकानदारों का शोषण कर रही है
ख़ेतासराय पुलिस ने चाइनीज मांझे के साथ साथ जो प्रतिबंधित नहीं उसका भी फोटो के साथ खुलासा कर रही है जिसमें तांत दिखाया जा रहा जो प्रतिबंधित नहीं है
जौनपुर पुलिस चाइनीज मांझे के नाम पर कर रही कानून का दुरुपयोग तो दूसरी तरफ वसूली का बनता जा रहा जरिया
जौनपुर मीडिया सेल के द्वारा जारी किए गए फोटो में आप साफ देख सकते है कि ख़ेतासराय पुलिस चाइनीज मांझे के नाम तांत जो प्रतिबंधित नहीं उसके साथ भी गरीब दुकानदारों कर रही है चालान
सबसे बड़ी बात पतंग बेचने वाले दुकानदार पूर्ण रूप से छोटे रेहड़ी वाले होते है जो जीविकोपार्जन के लिए सीजनल व्यवसाय करते है जिसके कारण परिवार का पेट पाल सके,नवागत एसपी डॉ कौस्तुभ को इस पर लगाना चाहिए नकेल जिससे गरीब असहाय जनता के साथ न्याय मिल सके।
वही UpTalkNews भी चाइनीज मांझा बेचने वालों पर कार्यवाही इसकी पूरी पक्षधर है लेकिन चाइनीज मांझे के नाम पर किसी को कानून के तिकड़म से फंसा कर जेल भेजना पूरी तरह से गलत है और हमारी टीम इसका विरोध करेगी।