जौनपुर। कर्मचारियों के अल्टीमेटम के बाद हरकत में आयी पुलिस ने ब्लाक अधिकारी के साथ मारपीट करने के आरोपी ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि को गिरफ्तार किया गया था। यह खबर मिलते ही आक्रोशित कर्मचारियों में हर्ष का माहौल कायम हो गया। स्थानीय पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई के बाद चालान न्यायालय भेज दिया। जहां काफी गहमा गहमी के बीच उप जिला मजिस्ट्रेट ने जमानत दी। इस दौरान भारी संख्या में समर्थक डटे रहे।
आरोप है कि बीते एक फरवरी को शाहगंज ब्लाक में सहायक विकास अधिकारी संजय कुमार श्रीवास्तव को प्रमुख प्रतिनिधि अजय कुमार सिंह ने गालियां देकर मारा-पीटा था। इस घटना के विरोध में जिले तक के दर्जनों कर्मचारी संगठनों ने आपात बैठक कर मंगलवार से समस्त विभाग, समस्त विकास खण्ड एवं विकास भवन सम्पूर्ण रुप से कार्य बहिष्कार करने का अल्टीमेटम दिया था।
मंगलवार की सुबह खेतासराय पुलिस ने प्रतिनिधि को गिरफ्तार कर उप जिला मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया। गिरफ्तारी की खबर लगते ही सुबह से भारी संख्या में अजय सिंह के समर्थक तहसील में जुट गए। पीड़ित सहायक विकास अधिकारी की तरफ से अधिवक्ता लालता प्रसाद यादव व समर बहादुर सिंह ने जमानत पर आपत्ति जताई। वहीं अजय सिंह के अधिवक्ता दीपक श्रीवास्तव, गुड्डू सिंह, उमेन्द्र सिंह ने सर्वोच्च न्यायालय के कुछ मामले की नजीर देते हुए जमानत देने की अपील की।
करीब आधे घंटे तक दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद उप जिला मजिस्ट्रेट ने ज़मानत का आदेश पारित किया। मामले में अजय कुमार सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि यदि कोई घटना या मारपीट होती तो ब्लॉक के अन्य कर्मचारी गवाह होते। अधिकारी ने राजनीतिक दबाव में आकर कहानी बनाते हुए फर्जी ढंग से फसाने का प्रयास किया है। कहा प्रशासन और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।