
आजमगढ़- उत्तर प्रदेश की बलिया जिले में 32 लाख रुपए की साइबर ठगी की शिकार एक महिला के मामले में साइबर क्राइम थाना परिक्षेत्र आजमगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है । पुलिस ने इस 32 लख रुपए की ठगी के मामले का पर्दाफाश कर दिया है ।इस मामले में देश की राजधानी दिल्ली से तीन नाइजीरियन गिरफ्तार हुए हैं। जिनके पास से 7 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, राउटर, चार पासपोर्ट, चार सिम कार्ड, 4 नाइजीरियन सिम कार्ड बरामद हुए हैं ।पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद बताया है कि अब तक करीब 100 करोड़ की ठगी के मामलों को इस गिरोह के लोग अंजाम दे चुके हैं

साइबर क्राइम थाना परिक्षेत्र आजमगढ़ ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए सोशल मीडिया पर लोगों से दोस्ती कर महंगे गिफ्ट (आईफोन, डायमण्ड नेकलेस व करोड़ो रुपये देने के बहाने 32 लाख की साइबर ठगी करने वाले नाईजिरियन गैंग के 3 नाईजिरियन साइबर अपराधी गिरफ्तार को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 7 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, राउटर, 4 पासपोर्ट, 4 सिमकार्ड, 4 नाईजिरियन सिम कार्ड बरामद किया गया है।

14 मई 2023 को एक महिला द्वारा थाना सहतवार जनपद बलिया में प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि इंस्टाग्राम आईजी लॉॅरेंस एण्ड माइकल022 द्वारा दोस्ती कर मेरे शादी में महंगे उपहार देने के नाम पर मुझसे करीब 32 लाख रूपये की साइबर धोखाधड़ी की गयी हैं। पुलिस द्वारा मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई। पुलिस अधीक्षक, साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ प्रो0 त्रिवेणी सिंह के निर्देशानुसार तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुए विवेचना के मध्य प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना परिक्षेत्र आजमगढ़ द्वारा अभिसूचना संकलन करके कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तो उक्त अभियोग की विवेचना से नाईजिरियन गैंग के 03 नाईजिरियन साइबर अपराधी जो चन्दर विहार, निलोठी दिल्ली में रहकर साइबर ठगी कर रहे है, का नाम प्रकाश में आया।

अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु अपर पुलिस महानिदेशक, साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ से दिल्ली राज्य जाने हेतु परमीशन प्राप्त कर निरीक्षक विमल प्रकाश राय, साइबर क्राइम थाना आजमगढ़ के नेतृतव में टीम को रवाना किया गया था. कल 16 सितम्बर को उक्त माले में 3 नाईजिरियन शातिर साइबर अपराधी

चिबूके आस्टिन पुत्र उचे, चिमेजी जस्टिस पुत्र गोडविन निवासी एमाफोर ओहाजी एज्बेमा एलजीऐ आईएमओ स्टेट नाइजिरिश और चिमामक्पा किजिटो पुत्र एकेचुख्वू एमैनुअल निवासी इसुल्गा एलजीए आईएमओ स्टेट नाइजिरिया को मोबाइल लोकेशन के आधार पर निहाल विहार थाना क्षेत्र दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि हम लोग स्टूडेंट व मेडिकल वीजा पर इंडिया आते है व नार्थ ईस्ट जिला के मिजोरम व नागालैंड के लोगों के साथ मिलकर महंगे गिफ्ट व करोडो रुपये देने के बहाने इंडिया व अन्य देश के आम लोगो से साइबर ठगी करते है. नार्थ ईस्ट के पुरुष व महिलाओ को पैसे का ज्यादा लालच देकर उनसे बैंक खाता व अधिक मात्र में एक्टिवेटिड सिम प्राप्त करते है। उपरोक्त मुकदमे में भी हम लोगो ने महंगे उपहार देने के नाम पर अधिवक्ता शुल्क, कस्टम शुल्क, फाइल शुल्क इत्यादि के नाम पर करीब 32 लाख रूपये की साइबर धोखाधड़ी की। हम लोग फर्जी बैंक खातो में पैसा जमा कराके एटीएम से निकाल लेते हैं व नाइजिरियां के बैंक खाता में जमा करा देते है। जाँच के दौरान ज्ञात हुआ की गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपने अलग अलग नाईजिरियन व अफ्रीका के बैंक खाते में पैसा जमा कराये है जिनकी गहराई से जाँच की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि इस अपराध में दीमापुर नागालैंड की महिलायें दिल्ली में रहकर साइबर अपराध में सहयोग करती है. गिरफ्तार अभियुक्तों के बयान के आधार पर अपराध में संलिप्त नार्थ ईस्ट जिला के मिजोरम व नागालैंड के अभियुक्तों की तलाश की जा रही है. गिरफ्तार अभियुक्तों के बयान व बरामद डिटेल्स के आधार पर अब तक करीब 100 करोड़ की ठगी इन लोगो द्वारा किया गया है ।