
जौनपुर। स्टेट एजुकेशनल अचीवमेंट सर्वे सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के विद्यार्थियों का समापन होगया। नेशनल काउंसिल आफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) द्वारा परीक्षा का आयोजन हुआ। प्रशिक्षण की अध्यक्षता कर रहे उप शिक्षा निदेशक/प्राचार्य डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि यह परीक्षा भारत सरकार तथा एनसीईआरटी के सहयोग से संपन्न हुआ है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण सर्वे है। यह परीक्षा विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए ज्ञान का विश्लेषण करने के लिए है, ताकि छात्र की दक्षताओं का विकास करने के लिए नीति निर्माण किया जा सके। स्टेट एजुकेशनल अचीवमेंट सर्वे को परख परीक्षा का नाम दिया गया है। परीक्षा में जिले के 1547 स्कूलों को सैंपल्ड किया गया था जिसमें 1703 एफआई व 79 ब्लॉक कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए गए थे। परख परीक्षा आधारित सर्वे में सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों को शामिल किया गया है।
इन स्कूलों में हिन्दी, अंग्रेजी और उर्दू मीडियम से कक्षा 3, 6 व 9 के छात्रों व उनके शिक्षकों और स्कूलों का आंकलन किया जाएगा। इसमें छात्रों को भाषा और गणित की दक्षताओं की सम्प्राप्ति का आंकलन किया जाएगा। यह सर्वे 3 नवंबर को पूरे प्रदेश के चिन्हित स्कूलों में ओ.एम.आर शीट पर आयोजित हुआ। जनपद में इसे संपन्न कराने के लिए डायट प्राचार्य, जिला विद्यालय निरीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है। जनपद स्तर पर 4 सहायक समन्वयक भी नामित किए गए हैं जिसमें डायट के दो प्रवक्ता, धर्मेन्द्र शर्मा तथा वरुण यादव, जिला समन्वयक राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान और एक जिला समन्ययक एमआईएस को शामिल किया गया है।
जिले स्तर पर जिलाधिकारी द्वारा 6 जोनल मजिस्ट्रेट व 44 सेक्टर मजिस्ट्रेट पर्यवेक्षक के रूप में लगाए गए थे। ब्लॉक स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारी को ब्लाक समन्वयक की जिम्मेदारी दी गई है। परीक्षा के भौतिक पर्यवेक्षक के तौर पर डीएलएड प्रशिक्षुओं और शिक्षकों को लगाया गया है।
इस कार्य में प्राचार्य डायट, जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी, वरिष्ठ प्रवक्ता लालजी यादव, वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ. रवीन्द्र नाथ यादव, सर्वे कोऑर्डिनेटर धर्मेंद्र शर्मा, वरुण यादव, समस्त डायट प्रवक्ता, समस्त खंड शिक्षा अधिकारी, समस्त ब्लॉक लेवल कोऑर्डिनेटर, समस्त डीसी समस्त एफआई की सक्रिय भूमिका रही।
