उत्तर प्रदेश के झांसी सदर बाजार थाना क्षेत्र के भगवंतपुरा के जंगल में रिश्ते में जीजा और सरहज के शव पेड़ पर फंदे से लटकते मिले। दोनों दो फरवरी से अपने अपने घर से लापता थे। और उनके बीच प्रेम संबंध था। परिजन इसका विरोध कर रहे थे। इसी बीच दोनों ने फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की पड़ताल की जा रही है।
बता दें कि झांसी के बरुआसागर निवासी प्यारेलाल कुशवाहा पेशे से प्लंबर था। और उसकी ससुराल मप्र के निवाड़ी के तरीचरकला गांव में है। उसके साले घनेंद्र की 10 माह पहले शादी आरती से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद आरती के प्यारेलाल से प्रेम संबंध हो गए। दोनों की फोन पर बातें होने लगीं और वे परिजन से छुपकर मिलने भी लगे। इसकी जानकारी जब परिजन को हुई तो उन्होंने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। इसे लेकर आए दिन दोनों परिवारों में विवाद होने लगा। 22 जनवरी को पति अपनी पत्नी को मायके छोड़ आया था। मृतका आरती के पति घनेंद्र ने बताया कि दोनों को समझाया गया, लेकिन वे नहीं माने और छुपकर मिला करते थे।
बाइट-घनेंद्र…..मृतका का पति
वी/ओ.2- बताया जा रहा है कि दो फरवरी को जीजा प्यारेलाल और पत्नी आरती लापता हो गए। परिजन ने उनकी तलाश शुरू कर दी। इसी दौरान रविवार की शाम भगवंतपुरा के जंगल में कचराघर के पास दोनों के शव पेड़ पर लटकते मिलने की सूचना चरवाहे ने पुलिस को दी। दोनों शव एक ही पेड़ की डाल पर रस्सी व मफलर के सहारे टंगे हुए थे। एक ओर आरती और दूसरी ओर प्यारेलाल का शव लटका था। शवों में से दुर्गंध आ रही थी। आशंका जताई जा रही कि दोनों घर से निकलने के बाद दो फरवरी को ही आत्महत्या कर ली थी।