यूपी की नौकरशाही में बीती देर रात बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया,एक साथ करीब तीन दर्जन के करीब हुए प्रशासनिक फेरबदल ने ब्यूरोक्रेसी में हलचल मचा दी है। सरकार ने 3 आईपीएस और 24 पीपीएस अधिकारियों का ट्रांसफर किया, वहीं 33 आईएएस अफसरों को भी नई जिम्मेदारियां सौंपी गईं। इन तबादलों में सबसे अहम और चर्चाओं में बनकर सामने आया है जिसमें आईएएस विशाल सिंह, जिन्हें उत्तर प्रदेश का नया सूचना निदेशक नियुक्त किया गया है। वहीं अब तक इस पद पर तैनात रहे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शिशिर को हटाकर उन्हें विशेष सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड बनाया गया है। वहीं, अयोध्या के विकास में अहम भूमिका निभा चुके विशाल सिंह को अब राज्य सरकार की छवि निर्माण और जनसंपर्क से जुड़ी सबसे अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जौनपुर जिले के बदलापुर थाना थाना क्षेत्र के कुहिया के रहने वाले है,इनके पिता वाराणसी के यूपी कॉलेज के प्रोफेसर थे,इनके भाई राहुल सिंह वाराणसी के फेमस स्कूल संत अतुला नंद कालेज विशाल के बड़े भाई राहुल सिंह देखते है,वही विशाल के पिता जी वाराणसी के यूपी कॉलेज में केमेस्ट्री डिपार्टमेंट में फ्रोफेसर के पद जिम्मेदारी निभा चुके हैं,शुरुआती परीक्षा अपने पिता के साथ वाराणसी से शुरुआती शिक्षा दीक्षा ली है,
अयोध्या से काशी तक विकास की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा चुके हैं विशाल सिंह
यूपी के जनपद जौनपुर के जिले के सिंगरामऊ थाना क्षेत्र के चंदापुर गांव निवासी विशाल सिंह का जन्म 3 नवंबर 1973 को हुआ था।इनकी प्रारंभिक शिक्षा वाराणसी से पूरी की और फिर आईएमएस गाजियाबाद से एमबीए (मार्केटिंग) किया। 2000 में पीसीएस बनकर उन्होंने अपने प्रशासनिक कैरियर की शुरुआत की।लखनऊ, बुलंदशहर, कासगंज, बिजनौर, वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या जैसे जिलों में उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया।
विशाल सिंह को उस समय राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली जब उन्होंने वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक पूरा कराया। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट था, जिसकी सराहना खुद पीएम मोदी ने मंच से की थी। इसके बाद श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण में भी उनकी भूमिका सराहनीय रही।